शब्द-शक्ति



बुधवार २३ जुलाई, २००३: अज्ञेय मेरे प्रिय लेखकों में विशिष्ट हैं । चाहे उनकी कविताएं हों या कहानियां, उपन्यास हों या निबन्ध, सभी रचनाएं मुझे आनन्दित करतीं हैं । अज्ञेय के बारे में अभी कुछ लिखने का प्रयास नहीं करूंगा । अभी आप उनकी कहानी शिक्षा को पढ़ कर आनन्द ग्रहण करें ।
बुधवार ०१ मार्च, २००६: अज्ञेय रचित एक सुन्दर कविता 'मैंने आहुति बनकर देखा'.
शुक्रवार १९ मई, २००६: रुदयार्द किपलिंग की रचना 'If'.